रायगढ़ । रायगढ़ में आज 39 वें चक्रधर समारोह का आगाज होने जा रहा है। अगले 10 दिनों तक कला और संस्कृति की नगरी रायगढ़ सांस्कृतिक रस में सराबोर रहेगी। देश के ख्यातिनाम कलाकार इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देने रायगढ़ पहुंचेंगे। आज के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल होंगे। प्रख्यात अभिनेत्री, मथुरा से भाजपा की लोकसभा सांसद और शास्त्रीय नृत्यांगना पद्मश्री हेमा मालिनी आज चक्रधर समारोह में प्रसिद्ध राधा रास बिहारी का मंचन करेंगी। इसी तारतम्य में जिंदल गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में रूबरू होकर उन्होंने अपने विचार साझा किये तथा पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिये।
कला के माध्यम से आम लोगों से जुडाव – उन्होंने कहा कि बारह साल पहले भी मैंने चक्रधर समारोह में अपना परफॉर्मेंस दिया है, साथ ही मेरी दोनों बेटियों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन यहाँ किया है। आज फिर अपनी प्रस्तुति देने का मौका मिला है। आज राधा रास बिहारी जो कि राधा-कृष्ण की प्रेम कथा है, उसे प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके पैरेंट्स ने उन्हें नृत्य की कला को सीखने अलग-अलग विधाओं के गुरुओं के पास भेजा, जिनसे मैंने नृत्य सीखा। नृत्य की वजह से मेरा फिल्मों में आना हुआ। मुझे बिलकुल भी एहसास नहीं था की यहाँ मुझे इतनी शोहरत मिलेगी।
एक कलाकार जो पर्दे पर अभिनय करता है उनसे मिलना और देखना आम लोगों के लिये काफी कठिन है, किन्तु यह मेरे साथ नहीं है। कला एक सुन्दर माध्यम है लोगों से जुडाव का। मैं अपनी कला के माध्यम से आम लोगों से आज भी जुडी हुई हूँ। मैं जब स्टेज में परफॉर्म करती हूँ तब मेरा जनता के साथ सीधा इंटरेक्शन होता है, इसीलिये इसे आज तक मैंने जारी रखा है।
अवसर को छोड़ना नहीं चाहिये – उन्होंने आज एक अच्छी बात यह कही कि जीवन में यदि अवसर मिले तो छोड़ना नहीं चाहिये, “वि शुड टेक ईट, ग्रैब ईट”, भले ही आप कर सकते हों या नहीं यह बाद में देखा जायेगा, उसे अपना लेना चाहिये। राजनीति मेरे लिये एक चुनौती थी, फील्ड में जाना, चुनाव प्रचार करना, बड़े-बड़े नेताओं के बीच में रहना, लेकिन आप सब सीख जाते हैं। आज तक मैंने बहुत सी फिल्मों में अभिनय किया, भले ही आज मैं फिल्में नहीं कर रही हूँ पर अच्छा रोल मिले तो आज भी मैं तैयार हूँ। मेरा क्षेत्र मथुरा है, जिसके विकास के लिये मैं प्रतिबध्द हूँ। हम वहाँ काफी काम कर रहे हैं। बृज की भाषा, नृत्य व यश गान बहुत अच्छा है। उसे सम्हाल के रखने के लिये हमने वहाँ बृज कला क्षेत्र बनाया है, वहाँ रास का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
पर्यटन को बढ़ावा मिले – उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ काफी खूबसूरत जगह है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य मुझे बहुत आकर्षित करता है। मेरा छत्तीसगढ़ कई बार आना हुआ है। चुनाव प्रचार के सिलसिले में हेलीकॉप्टर से जब भी मैं यहाँ आया करती थी, ऊपर से बहुत सुन्दर दिखता है। प्रकृति का सौंदर्य और संस्कृति दोनों का मिलन यहाँ दिखता है। यहाँ का जलप्रपात नियाग्रा से भी बेहतर है। छत्तीसगढ़ के लोगों ने मुझे बहुत प्यार और सम्मान हमेशा दिया है, मुझे यहाँ आने में काफी खुशी मिलती है। छत्तीसगढ़ में पर्यटन की काफी संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि पहले यहाँ नक्सल की समस्या थी लोग यहाँ आने में हिचकिचाते थे, जो कि अब नहीं है, लोग आयेंगे तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
साय सरकार की प्रशंसा – हमारी डबल ईंजन की सरकार है, प्रधानमंत्री मोदी जी भी हमेशा चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिये फंड की कोई कमी न हो। वर्तमान साय सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वे बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी की जनकल्याणकारी योजनाएं खासकर महिलाओं, किसान भाइयों व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर लोगों के लिये है, उन्हें वे बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर रहे हैं। हम चाहते हैं छत्तीसगढ़ पूरे देश में सबसे बेहतर राज्य बने, हमारी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं।
ओटीटी पर लगेगी लगाम – सिने जगत और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सेंसरशिप को लेकर हुए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारा सिनेमा ऐसा होता था कि हम पूरे परिवार के साथ उसका आनंद उठाते थे। उसमें कला व संस्कृति का मेल होता था, अच्छे सन्देश के साथ भरपूर मनोरंजन भी होता था। आज ओटीटी प्लेटफॉर्म में एक ओर जहाँ रियल कंटेंट को लेकर अच्छे प्रोग्राम हैं तो वहीं हमारे समाज को दिग्भ्रमित करने व संस्कृति को दूषित करने वाले कंटेंट ज्यादा हैं। सिनेमा के लिये सेंसरबोर्ड है पर ओटीटी बेलगाम है, उसी पर लगाम कसने की तैयारी चल रही है। हमारी सरकार बहुत गंभीरता से इस विषय पर काम कर रही है, बहुत जल्द इस पर नया कानून आयेगा।